तामिया (छिन्दवाड़ा)। भारतीय डाक सेवा की लचर कार्य प्रणाली से
उपभोक्ताओं को नुकसान उठाना पड़ रहा है, शिकायत दर शिकायत के बाद भी नतीजा
सिफर है । अन्तर्राष्ट्रीय सामान्य डाक सेवा से छिन्दवाड़ा जिले के तामिया
आया एक पार्सल उपभोक्ता के हाथ पहुंचा तो खाली डब्बा था।
तामिया के शिक्षक राजेन्द्रसिंह राजपूत को साउथ अफ्रीका पोस्ट आफिस
विन्टरटन से 21 फरवरी 2013 को 14:15 बजे उनके साले श्री अजमेर सिंह राजपूत
निवासी डार्कआयल मिल प्रा.लि. 9 किंग स्ट्रीट विन्टरटन, के.जेड.एन. पोस्ट
बाक्स 187 विन्टरटन, 3340 ने नाईक फ्री ट्रेनर 0.5 मल्टी शू और के स्विस
ब्लेड लाईटरन व्हाइट शूज अन्तर्राष्ट्रीय सामान्य पार्सल में सी.एन.
001646878 जेड ए. विन्टरटन से तामिया जिला छिन्दवाड़ा निवासी राजेन्द्रसिंह
राजपूत के पते पर भेजे थे जिसकी कीमत साउथ अफ्रीका की मुद्रा में 1998
रेन्ड तथा जिसका मूल्य भारतीय मुद्रा में 11988 है।
अपने संबंधी को पार्सल भेजने पर अजरमेर सिंह राजपूत द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय
डाक खर्च के शुल्क के रूप में 500 रेन्ड यानी भारतीय मुद्रा में 3000
चुकाये गये भारत आने के बाद जूतो का यह पार्सल मुम्बई स्थित कस्टम विभाग के
कब्जे में रहा। तामिया के राजेन्द्रसिंह राजपूत द्वारा सहायक पोस्ट मास्टर
तामिया और भारतीय डाक सेवा के वेव ट्रेकिंग में की गई शिकायत के मुताबिक
25 फरवरी 2013 को साउथ अफ्रीका से भारतीय डाक सेवा के माध्यम से पार्सल
भेजा गया था, जिसका क्रमांक सी.एन. 001646878 जेड ए. 28 फरवरी को मुम्बई
स्थित फारेन पोस्ट आफिस पहुंच गया था और वहां पर पार्सल रूका पड़ा था
दिनांक 12 मार्च को श्री राजपूत द्वारा आन लाईन शिकायत के बाद मुम्बई पोस्ट
आफिस से श्री राजपूत तामिया को फोन आया कि आपका पार्सल 14 मार्च को भेजा
रहा है।
मुम्बई पोस्ट आफिस ने डाक भेजने की सूचना के साथ हिदायत भी दी कि
मध्यप्रदेश में पार्सल पहुंचने पर उसमें से सामान चोरी हो जाता हैं। श्री
राजपूत को तामिया में दिनांक 23 मार्च 2013 को खाली पार्सल प्राप्त हुआ
जिसके कोने से सील पूरी लगी थी लेकिन पार्सल में कुछ भी नहीं था, पार्सल के
टेप को काटकर रद्दी खडडे भरे हुये थे श्री राजपूत ने तत्काल पोस्टमेन
सीताराम यादव तथा क्षेत्र के गणमान्य नागरिक श्री यू.पी. भार्गव एवं श्री
रफीक खान के समक्ष पार्सल देखा जो खाली था और पोस्टमैन द्वारा पार्सल विभाग
की डिलेवरी पर्ची में हस्ताक्षर कर उल्लेखित किया कि पार्सल खाली प्राप्त
हुआ है। उस पर्ची में पार्सल प्राप्तकर्ता, पोस्टमैन और दो अन्य लोगो के
हस्ताक्षर हैं।
तामिया एवं इंडियन पोस्ट कस्टमर केयर में आन लाइन शिकायत दर्ज करायी गई
जिसका अभी तक कोई जबाव प्राप्त नहीं हुआ । वही आन लाईन स्टेटस देखने पर
इंडियन पोस्ट आफिस कस्टमर केयर ने शिकायत दर्ज कर खारिज कर दी है। इस पूरे
मामले को लेकर शिक्षक श्री राजपूत उपभोक्ता फोरम में वाद दायर करने का मन
बना रहे है। इस संबंध में पोस्ट मास्टर जनरल प्रदेश कार्यालय भोपाल कि
सीनियर पी.एस. श्रीमति सोमन ने बताया कि इस मामले की शिकायत मिलने पर
कार्यवाही की जावेगी।
nobody can beleive on indian postal services
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